Indicators on moral stories in Hindi You Should Know
Indicators on moral stories in Hindi You Should Know
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पंचतंत्र की कहानी: बंदर और लकड़ी का खूंटा – bandar aur lakdi ka khunta
उनके पीए कैलाश बाबू ने कहा, "जी,इसमें कूलर लगा दिया गया है।" शास्त्री जी ने एक नजर उन्हें देखा और आश्चर्य व्यक्त करते हुए पूछा," कूलर लग गया है? बिना मुझे बताए?..आप लोग कोई काम करने से पहले मुझसे पूछते क्यों नहीं? क्या और सारे लोग जो गाड़ी में चल रहे हैं, उन्हें गर्मी नहीं लगती होगी?" शास्त्री जी ने कहा," कायदा तो यह है कि मुझे भी थर्ड क्लास में चलना चाहिए, लेकिन उतना तो नहीं हो सकता पर जितना हो सकता है, उतना तो करना चाहिए ।"उन्होंने आगे कहा,"बड़ा गलत काम हुआ है, गाड़ी आगे जहाँ भी रुके, पहले कूलर निकलवाइए.
अरे हंस मेरी पत्नी को लेकर कहाँ जा रहे हो।
पूरा गाँव इकट्ठा हो गया। बूढ़े आदमी से पूछा गया:
pyasa kauwa Panchtantra ki kahani in Hindi
गाँधी जी ने सोचा की जब पिता जी को मेरे इस अपराध की जानकारी होगी तो वह उन्हें बहुत पीटेंगे.
"चौकीदार ने सारी बातें बता दीं। शास्त्री जी ने कहा, "क्या तुम देख नहीं रहे हो कि उनके सिर पर कितना बोझ है?यदि यह निकट के मार्ग से जाना चाहती हैं तो तुम्हें क्या आपत्ति है? जाने क्यों नहीं देते? जहाँ सहृदयता हो, दूसरों के प्रति सम्मान भाव हो, वहाँ सारी औपचारिकताएँ एक तरफ रख कर वही करना चाहिए जो कर्तव्य की परिधि में आता है।"
अकबर बीरबल की कहानियाँ
I also made a decision to now not take in animal items. The a few fantastic adopted canine who share my home aren't any distinct from your cows, pigs and chickens whose flesh we pile on our plates. They Consider and experience and they are Element of a household. By heading vegan, I’m conserving animals’ lives and aiding the atmosphere—meat manufacturing poisons the air and h2o. Excellent wellness, a transparent conscience, a cleaner World—that’s a heady mixture.” These careers could make you a millionaire before you decide to retire.
गाँधी जी को इस बात से बहुत चोट लगी. उन्होंने महसूस किया की प्यार हिंसा से ज्यादा असरदार दंड दे सकता है.
गुरूजी ने जवाब दिया की दुःख तो मुझे भी बहुत हुआ है शिष्य तुम्हारे इस सवाल से काश इन सवालों के जगह पर तुम ये पूछते – गुरूजी, चाँद में इतनी चांदनी क्यों है ? और दीपक में इतनी रोशनी क्यों है ?
सबसे ईमानदार कौन? – तेनालीराम की कहानी
यह प्रेरक कहानी अखण्ड ज्योति पत्रिका से ली गई है।
“I had been living in Asia for nine yrs Doing the job like a teacher and was within a useless relationship. 7 months just after I left my spouse, I learned he had been cheating on me. I desperately wanted to commence around in a fresh town where I could opt for my own identity, rather than are now living in the small expat Neighborhood where I would be referred to as an ex-wife of here somebody.